नई दिल्ली, 10 जुलाई (आईएएनएस)। गुरु पूर्णिमा के शुभ अवसर पर, पारस जी महाराज ने गुरुवार को दिल्ली के टॉकोरा स्टेडियम में आयोजित एक भव्य कार्यक्रम में अपने प्रवचन और भजन के साथ भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया। उपस्थित हजारों भक्तों ने पुज्य गुरुदेव का आशीर्वाद लिया और अपने भजनों के साथ झूल दिया।
पारस जी महाराज ने अपने संदेश में कहा, “सनातन संस्कृति और परंपराएं केवल भारत को मजबूत करती हैं।” उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में जागरूकता एक निरंतर प्रक्रिया है, जो व्यक्ति को न केवल आध्यात्मिक, बल्कि सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में भी सशक्त बनाती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह नई पीढ़ी को शाश्वत मूल्यों को सिखाने के लिए घंटे की मांग है।
गुरुदेव ने मंच से घोषणा की कि वह जल्द ही एक धार्मिक यात्रा पर जाने वाले हैं, जिसमें वह धर्म की आवाज के साथ -साथ न्याय से वंचित लोगों को भी बढ़ाएगा। उन्होंने कहा, “धर्म की रक्षा करना केवल तभी संभव है जब समाज में प्रत्येक व्यक्ति को न्याय मिलता है और हमारी बेटियां सुरक्षित होती हैं।”
अपने संबोधन में, पारस जी महाराज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की और उन्हें “सनातन रक्षक” का शीर्षक दिया। उन्होंने कहा, “अगर मोदी जी प्रधानमंत्री नहीं होते, तो न तो राम मंदिर का निर्माण किया जा सकता था और न ही कल्की धाम की नींव रखी जाती थी।”
इस कार्यक्रम में कई गणमान्य लोगों ने भाग लिया, जिसमें कनपुर सांसद रमेश अवस्थी, गृह मंत्रालय अनिल चतुर्वेदी, अलोक द्विवेदी के मुख्य सुरक्षा अधिकारी शामिल थे। कार्यक्रम को सफल बनाने में भक्तों और आयोजकों की भूमिका उल्लेखनीय थी।
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