• August 3, 2025 1:30 pm

सूरत में बड़े पैमाने पर तैयार किए जा रहे ट्राइकोलर, ‘हर हाउस ट्राइकोलर’ अभियान ने मांग में वृद्धि की

सूरत में बड़े पैमाने पर तैयार किए जा रहे ट्राइकोलर, 'हर हाउस ट्राइकोलर' अभियान ने मांग में वृद्धि की


सूरत, 1 अगस्त (आईएएनएस)। जैसे ही स्वतंत्रता दिवस निकलता है, देश भर में तिरंगा की मांग में एक जबरदस्त उछाल आता है। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के ‘हर हाउस ट्राइकोलर’ अभियान ने इस उत्साह को बढ़ा दिया है। इस अभियान के तहत, एशिया के सबसे बड़े कपड़ा हब, सूरत में बड़े पैमाने पर झंडे का निर्माण किया जा रहा है।

सूरत व्यापारियों को इस बार लगभग साढ़े तीन करोड़ के झंडे के आदेश मिले हैं, जो लगभग 100 करोड़ से अधिक व्यापार करने की उम्मीद है। यह जानकारी सूरत के प्रमुख झंडे, प्रवीण ओवरसीज के मालिक प्रवीण गुप्ता द्वारा दी गई थी।

प्रवीण गुप्ता ने कहा कि सूरत में लगभग 50 व्यवसायी वर्तमान में तिरंगा निर्माण में लगे हुए हैं। विभिन्न आकारों और गुणवत्ता के झंडे की मांग न केवल गुजरात, बल्कि उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तराखंड जैसे राज्यों से भी आ रही है।

प्रवीण गुप्ता ने कहा, “हमारी कंपनी प्रवीण विदेशों में 2023 से बड़े पैमाने पर झंडे बना रही है। हमने क्रिकेट विश्व कप और टी 20 विश्व कप के लिए 20 मीटर की दूरी पर 35 मीटर का एक बड़ा झंडा बनाया, जो कि राष्ट्रगान के दौरान फहराया गया था। इस बार हम स्वतंत्रता के लिए तिरछे झंडे के साथ टेबल ट्राइकोलर बना रहे हैं।”

‘हर घर तिरंगा’ अभियान ने सूरत व्यापारियों के लिए नए रोजगार के अवसर खोले हैं। गुप्ता के अनुसार, सूरत में छोटी इकाइयों में 30 फीट तक 8 इंच से 20 फीट तक के झंडे बनाए जा रहे हैं। हजारों कारीगर इस काम में लगे हुए हैं, जिनमें बड़ी संख्या में गरीब और स्थानीय कारीगर शामिल हैं।

प्रवीण गुप्ता ने कहा, “इस बार व्यापार 100 करोड़ रुपये से अधिक है। यह काम नियमित रूप से सूरत में चल रहा है और इसने स्थानीय लोगों को बड़ा रोजगार प्रदान किया है।”

इस बार खास बात यह है कि टेबल ट्राइकोलर, जो विशेष रूप से विदेशों में प्रवीण द्वारा तैयार किया गया है।

इस बारे में जानकारी साझा करते हुए, प्रवीण गुप्ता ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी की दृष्टि हर घर में तिरछा को लहराने के लिए है। हमने इस अभियान को आगे बढ़ाते हुए एक टेबल ट्राइकोलर बनाया है, ताकि हर सरकारी कार्यालय, पुलिस स्टेशन, अस्पताल, सेना या अन्य विभागों में काम करने वाला व्यक्ति अपनी मेज पर ट्राइकोलर को डाल सकता है।”

प्रवीण गुप्ता ने कहा, “एक तिरंगा बनाना न केवल व्यवसाय है, बल्कि देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी है। हमारा लक्ष्य अपने देश के झंडे को गर्व से फहराना है और भारत को दुनिया की महान शक्ति बनाने में योगदान देता है।”

-इंस

Aks/as



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